दिल्ली में बच्चों के घूमने और सीखने के लिए एक आदर्श स्थान है। शहर में वैसे तो बहुत सारे स्थल है लेकिन घूमने की 10 खूबसूरत जगहों के बारे मे बता रहे हैं। जो बच्चे न केवल मनोरंजन प्राप्त कर सकते हैं बल्की उनकी शिक्षा को भी बढ़ावा देते हैं। बच्चों को इतिहासिक, विज्ञान और प्राकृतिक अनुभव प्रदान करती है। बच्चे यहाँ के विभिन्न आकर्षक स्थलों पर जाकर मौज मस्ती के साथ बच्चों को प्राकृतिक जीवन के बारे मे बताते हैं। इतिहासिक स्थल बच्चों को भारतीय संस्कृति और इतिहासिक से जोड़ते हैं। ये स्थल दिल्ली में बच्चों के घूमने और सीखने के लिए बेहतरीन जगहों की सूची दी गई है।
10 प्रसिद्ध दिल्ली में बच्चों के घूमने और सीखने के लिए
अब बिना किसी देर के हम आपको दिल्ली के 10 खूबसूरत स्थलों के बारे मे जानकारी देना चाहते है जहां आप घूम भी सकते है। और कुछ हासिल भी कर सकते है। यदि आप जाने का इरादा बाना लिए है। तो ये सूची आपके काम आने वाली है।
1. नेहरू- प्लेनेटेरियम
नेहरू प्लेनेटेरियम दिल्ली में बच्चों के घूमने और सीखने के लिए एक अनूठा स्थल है। यह स्थान विशेष रूप से बच्चों के लिए आकाशगंगा, ग्रहों और सितारों के बारे मे जानकारी प्रदान करने के लिए बनाया गया है। प्लेनेटेरियम में आयोजित होने वाले कार्यक्रम और शो बच्चों को ब्रह्रांड की विशालता और उसके रहस्यों से अवगत कराते हैं। यहां के उपलब्ध आत्धुनिक प्रोजेक्शन सिस्टम और डिजिटल तकनीक बच्चों को एक शानदार खगोलीय यात्रा का अनुभव प्रदान करते है। बल्की बच्चों का विज्ञान के प्रति प्रेरित करने में भी सहायक है। इसलिए बच्चों को घूमने में से हैं।
- किसने बनवाया : नेहरू प्लेनेटेरियम को जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड द्वारा स्थापित किया गया था।
- कब बनवाया : इसका उद्घाटन 6 फरवरी 1984 को किया गया था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन रायसीना रोड है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें यहां तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली के किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : सामान्य टिकट 60 रुपया और बच्चों (5- 12 वर्ष) के लिए 30 रुपया।
- खुलने का समय : सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक, सोमवार को बंद रहता है।
- ठहरने के स्थान : प्लेनेटेरियम के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग-अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
2. चिल्ड्रेन्स पार्क
इंडिया गेट के पास स्थित यह चिल्ड्रेन्स पार्क बच्चों के खेलने के लिए अच्छा जगह है यहां कई प्रकार के झूले, स्लाइड और अन्य प्रकार के सुविधाएं उपलब्ध है जो बच्चों को आनंदित करती है। यह पार्क हरे-भरे पेड़ों और खुली जगहों से घिरा हुआ है। जो इसे पिकनिक और खेल के लिए उपयुक्त बनाता है। बच्चों को मनोरंजन के लिए यहां मिनी ट्रेन भी चलती है। परिवारों के लिए यह एक सुरक्षित और आनंददायक जगह है चिल्ड्रेन्स पार्क बच्चों को घूमने जगहों में से एक है।
- किसने बनवाया : चिल्ड्रेन्स पार्क को भारतीय सरकार द्वारा स्थापित किया गया था।
- कब बनवाया : इसका उद्घाटन 1950 दशक में किया गया था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेंट्रल सेक्रेटेरियट है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें यहां तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली के किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : चिल्ड्रेन्स पार्क मे प्रवेश नि:शुल्क है
- खुलने का समय : सुबह 10:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक खुला रहता है।
- ठहरने के स्थान : इंडिया गेट के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
3. राष्ट्रीय रेल संग्रहालय
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय बच्चों के लिए एक आकर्षक और शैझिक स्थान है। जो भारतीय रेलवे के इतिहास और विकास को प्रदर्शित करता है। यह संग्रहालय नई दिल्ली मे चाणक्यपूरी क्षेत्र मे स्थित है और यहां विभिन्न प्रकार की पुरानी और आधुनिक ट्रेनों का संग्रह देखने को मिलता है। बच्चों को यहां रेलगाड़ी की सवारी का भी मजा मिलता है। यह रेल संग्रहालय दिल्ली मे बच्चों को घूमने और सीखने की जगहों मे से है।
- किसने बनवाया : राष्ट्रीय रेल संग्रहालय को भारतीय रेल द्वारा स्थापित किया गया था।
- कब बनवाया : इसका उद्घाटन 1 फरवरी 1977 दशक में किया गया था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन भिकाजी कामा प्लेस है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें यहां तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली के किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : 1. सामान्य टिकटम 50 रुपया बच्चों (3-12वर्ष) के लिए 10 रुपया। 2. रविवार और छुट्टियां सामान्य टिकटम 100 रुपया बच्चों (3-12वर्ष) के लिए 20 रुपया
- खुलने का समय : सुबह 10:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक, सोमवार को बंद रहता है।
- ठहरने के स्थान : संग्रहालय के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
4. किडजानिया
किडजानिया बच्चों के लिए एक शानदार थीम पार्क है। यहां वे विभिन्न प्रोफेस्नेशनल की भूमिका निभा सकते है। और वास्तविक जीवन के अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यह पार्क बच्चों को स्वतंत्रता, जिम्मेदारी, और टीमवर्क सीखने के उद्देश्य बनाया गया है यहां बच्चे डॉक्टर, पायलट, फायरफाइटर, शेफ, और अन्य पेशों की भूमिका निभाकर सीख सकते है। यह जगह न केवल सीखने को मिलते है बल्कि बच्चों को मौज-मस्ती के मन को भी बढ़ाती है। और यह दिल्ली मे बच्चों को घूमने और सीखने के लिए अच्छे जगहों मे से एक है।
- किसने बनवाया : किडजानिया को जेवियर लोपेज अंजोला द्वारा स्थापित किया गया था। और यह एक वैश्विक फ्रेंचाइज है।
- कब बनवाया : इसका उद्घाटन 2016 दशक में किया गया था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन नोएडा सेक्टर 18 है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम की बसें नोएडा तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली और नोएडा किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : 1. (0-2 वर्ष) नि:शुल्क 2. (2-4 वर्ष) 600 रूपये से 900 रूपये तक 3. (4-16 वर्ष) 900 रूपये से 1400 रूपये तक सामान्य (17+वर्ष) 600 रूपये से 700 तक
- खुलने का समय : सुबह 10:00 बजे से रात 9:00 बजे तक
- ठहरने के स्थान : किडजानिया के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
5. लोटस टेंपल
लोटस टेंपल जिसे कमल मंदिर भी कहा जाता है दिल्ली में बच्चों के घूमने और सीखने के लिए एक बेहतरीन जगह है यह सुंदर और वास्तुकला वाला मंदिर बच्चों को आकर्षित करता है। कमल के फूल के डिजाइन में बने इस मंदिर में विभिन्न धर्मों के लोग आ सकते है। जिससे बच्चे धार्मिक सहायता और एकता के बारे मे सीखते हैं। आसपास के हरे-भरे बागान बच्चों को प्राकृतिक के करीब लाते हैं। जहां वे खेल सकते है। और आनंद भी ले सकते है। यह स्थान बच्चों को मानसिक विकास के लिए आदर्श है।
- किसने बनवाया : लोटस टेंपल का निर्माण बहाई धर्म अनुयायियों द्वारा करवाया गया था।
- कब बनवाया : इसका निर्माण 1986 दशक में पूरा हुआ था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन कालकाजी मंदिर और नेहरू प्लेस है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम की बसें नोएडा तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली और नोएडा किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : लोटस टेंपल में प्रवेश नि:शुल्क है।
- खुलने का समय : 1. गर्मियों मे (1 अप्रैल से 30 दिसंबर) तक सुबह 9:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक 2. सर्दियों मे (1 अक्टूबर से 31 मार्च) तक सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक
- ठहरने के स्थान : लोटस टेंपल के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
6. नेशनल साइंस सेंटर
नेशनल साइंस सेंटर दिल्ली में बच्चों को घूमने और सीखने के लिए खूबसूरत जगह है। यह विज्ञान के पहलुओं को समझाने के लिए श्रेष्ठ स्थान है। यहां बच्चों के लिए कई इंटरएक्टिव पारदर्शनीयां और शैझिक कार्यक्रम होते है। जो विज्ञान को मजेदार और दिलचस्प बनाते हैं बच्चे यहां भौतिक, प्रोधोगिकी, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान के बारे मे नई-नई चीज़े सिख सकते है। यह स्थान बच्चों के ज्ञान और कौशल को बढ़ाने में मदद करता है।
- किसने बनवाया : नेशनल साइंस सेंटर राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा स्थापित किया गया है।
- कब बनवाया : इसका उद्घाटन 9 जनवरी 1992 को किया गया था
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन प्रगति मैदान है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम की बसें नोएडा तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली और नोएडा किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : 1. सामान्य टिकट 60 रूपये बच्चे (5-12 वर्ष) के लिए 30 रूपये।
- खुलने का समय : 1. सुबह 10:00 बजे से 5:30 बजे तक 2. राष्ट्रीय अवकाश (होली और दीपावली) के दिन बंद रहता है।
- ठहरने के स्थान : नेशनल साइंस सेंटर के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
7. इंडिया गेट
इंडिया गेट यह इतिहासिक स्मारक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की याद में बना है। यहां आकर बच्चे देश के इतिहास और वीर सैनिकों के बलिदान के बारे मे जान सकते है। इंडिया गेट के आसपास के क्षेत्र खुला और हरा भरा है जो बच्चों के खेलने और पिकनिक मनाने के लिए आदर्श है। शाम के समय यहां की रोशनी और फव्वारे बच्चों को आकर्षित करते है यह स्थान न केवल मनोरंजन प्रदान करता है। बल्कि बच्चों में देशभक्ति और इतिहासिक ज्ञान भी बढ़ता है।
- किसने बनवाया : इंडिया गेट के निर्माण एडविन लुटियन द्वारा डिजाइन किया गया था और इसे ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाया गया था।
- कब बनवाया : इसका निर्माण 1921 मे शुरू हुआ और 1931 मे पूरा हुआ।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेंट्रल सेक्रेटेरियट है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें यहां तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली के किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : इंडिया गेट मे प्रवेश नि:शुल्क है
- खुलने का समय : इंडिया गेट हर समय खुला रहता है और यहां 24 घंटे जाया जा सकता है।
- ठहरने के स्थान : इंडिया गेट के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
8. बाल भवन
बाल भवन यह विशेष रूप से बच्चों के लिए डिजाइन किया गया है। और यहां कई प्रकार की शैक्षिक और मनोरंजन गतिविधियां आयोजित की जाती है। बच्चे यहां कला, शिल्प, संगीत, निरित्य और विज्ञान से जुड़ी गतिविधियों मे भाग ले सकते है। बाल भवन में एक मिनी ट्रेन भी है। जो बच्चों को बहुत पसंद आती है। बच्चों के लिए विभिन्न कार्यशालाएं और प्रदर्शनी भी आयोजित की जाती है जो उनके ज्ञान को बढ़ाने में मदद करती है।
- किसने बनवाया : बाल भवन की स्थापना सरकार द्वारा की गई थी।
- कब बनवाया : इसका उद्घाटन 1956 मे तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा किया गया था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन प्रगति मैदान है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें यहां तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली के किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : बाल भवन मे प्रवेश नि:शुल्क है या सामान्यतः या अलग अलग शुल्क हो सकते है।
- खुलने का समय : सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक, सोमवार को बंद रहता है।
- ठहरने के स्थान : बाल भवन के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
9. राष्ट्रीय प्राणी उद्यान
राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, जिसे दिल्ली चिड़ियाघर भी कहा जाता है। यहां बच्चों को विभिन्न प्रकार के जानवरों और पक्षियों देखने का मौका मिलता है। बच्चों को घूमने और सीखने के लिए एक बेहतरीन जगह है। यह चिड़ियाघर बच्चों के लिए शैक्षिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। क्योंकि यहां वे प्राकृतिक आवास और जानवरों की आदतों के महत्व के बारे मे जान सकते है। हरे भरे बगानों और खुले स्थानों के बीच बच्चों को प्राकृतिक ताजा हवा का आनंद लेने का अवसर मिलता है। यह स्थान बच्चों को ज्ञान प्राप्त करने का अवसर भी मिलता है।
- किसने बनवाया : राष्ट्रीय प्राणी उद्यान
की स्थापना सरकार सरकार द्वारा की गई थी। - कब बनवाया : इसका उद्घाटन 1 नवंबर 1959 को किया गया था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन प्रगति मैदान है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें यहां तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली के किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : 1. विदेशी नागरिक सामान्य 400 रूपये बच्चे 200 रूपये 2. वरिष्ठ नागरिक (60 + वर्ष) 40 रूपये 3. बच्चे (5-16 वर्ष) 40 रूपये 4. सामान्य (16-64 वर्ष) 80 रूपये
- खुलने का समय : 1. गर्मियों मे (1 अप्रैल से 15 अक्टूबर) तक सुबह 8:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक 2. सर्दियों मे (16 अक्टूबर से 31 मार्च) तक सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक 3. शुक्रवार को बंद रहता है।
- ठहरने के स्थान : राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
10. दिल्ली हाट
दिल्ली हाट बच्चों को घूमने और सीखने के लिए एक शानदार जगह है। यहां बच्चों को विभिन्न भारतीय राज्यों की संस्कृति, कला, और हस्तशिल्प के बारे मे जानने का मौका मिलता है। हर राज्य के स्टॉल पर उनके प्रारंपिक कपडें, आभूषण, खिलौने और अन्य चीज़े परदृषित की जाती है। बच्चे यहां रंग-बिरंगे माहौल में संगीत का आनंद ले सकते है। यह स्थान बच्चों को भारत की विविधता और संस्कृति धरोहर के बारे मे जानकारी प्रदान करता है और उनके अनुभव को सफल बनाता है।
- किसने बनवाया : दिल्ली हाट को पर्यटन और परिवहन विकास निगम द्वारा स्थापित किया गया था।
- कब बनवाया : इसका उद्घाटन 1994 मे किया गया था।
- कैसे पहुंचे : 1. नजदीकी मेट्रो स्टेशन INA है। 2. बस द्वारा दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसें यहां तक पहुंचती है। 3. टैक्सी/ऑटो दिल्ली के किसी भी जगह से टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंच सकते है।
- प्रवेश शुल्क : 1. सामान्य 30 2. रूपये बच्चे (12 वर्ष तक) 20 रूपये
- खुलने का समय : सुबह 10:30 बजे से रात 10:00 बजे तक, सभी दिन खुला रहता है।
- ठहरने के स्थान: दिल्ली हाट के पास कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध है। जिनके अलग अलग बजट के अनुसार ठहरने की व्वस्था की जा सकती है।
निष्कर्ष
दिल्ली में बच्चों के लिए घूमने और सीखने की कई अद्भुत जगह है। जो उन्हें शिझा और मनोरंजन का बेहतरीन संगम प्रदान करती है। इंडिया गेट, नेशनल साइंस सेंटर, बाल भवन, और दिल्ली हाट जैसी जगहें बच्चों की ज्ञानवर्धन के लिए उत्तम है। यह स्थान न केवल बच्चों को आनंदित करते है। बल्कि उन्हें विभिन्न विज्ञानिक, इतिहासिक, और प्राकृतिक पहलुओं के बारे मे सिखाते है और अपने ज्ञान को बढ़ाते है।
उत्तर: दिल्ली में बच्चों के लिए कई बेहतरीन जगह है। चिल्ड्रेंस पार्क, नेहरू तारामंडल, इंडिया गेट, और राष्ट्रीय प्राणी उद्यान शामिल है। यह स्थान न केवल मनोरंजन प्रदान करते है। बल्कि बच्चों को शिक्षा और खेल कूद का भी अच्छा अनुभव देते है।
उत्तर: दिल्ली में सबसे ज्यादा फेमस कई इतिहासिक और सास्कृतिक स्थल है। इनमे लाल किला, कुतुब मीनार, इंडिया गेट, हुमायूं का मक़बरा, और जमा मस्जिद शामिल है। इसके अलावा, दिल्ली अपने स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड और बाजारों के लिए प्रसिद्ध है। जैसे चांदनी चौक और सरोजनी नगर
उत्तर: दिल्ली में कई मशहूर और आकर्षक स्थान है। जो घूमने के लिए बेहतरीन है। लाल किला, इंडिया गेट, कुतुब मीनार, हुमायूं का मक़बरा, लोटस टेंपल, अक्षरधाम मंदिर, नेहरू तारामंडल, राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, जमा मस्जिद, चांदनी चौक,
उत्तर: दिल्ली में कई खूबसूरत जगहें हैं लेकिन हुमायूं का मक़बरा सबसे खूबसूरत माना जाता है। यह मुगल वास्तुकला का उदाहरण है। इसके अलावा लोटस टेंपल, इंडिया गेट, और अक्षरधाम मंदिर अपनी सुन्दरता और कला के लिए प्रसिद्ध है।