दिवाली का त्यौहार भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। और इस दौरान घूमने का अपना अलग ही मजा है। रोशनी, दियों और खुशियों से भरे इस अवसर पर, अगर आप घूमने की योजना बना रहे हैं, तो यहाँ हमने 10 खास स्थलों की सूची दी है। जो इस दिवाली में घूमने की जगह आपके यात्रा अनुभव को यादगार बनाएंगे। ये स्थान धार्मिक, सांस्कृतिक और इतिहासिक महत्व के है, जो आपकी यात्रा को खास बनाएंगे।
1. वाराणसी
दिवाली के समय वाराणसी का दृश्य मनमोहक होता है। गंगा आरती, घाटों पर दियों की रोशनी और धार्मिक अनुष्ठान आपको बेमिसाल अनुभव देंगे। यहां की गलियां, मन्दिर और सांस्कृतिक धरोहर दिवाली के मौके पर और भी खास हो जाती है। दिवाली की रात गंगा के किनारे, और दीपदान करना और धार्मिक सभाओं में शामिल होना एक अलग ही अनुभव होता है। वाराणसी की दिवाली, को देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है। जो कार्तिक पूर्णिमा तक चलता है। इस दौरान पर्यटक यहां की सुंदरता में खो जाते हैं। वाराणसी मंदिर, दिवाली में घूमने की जगहों में से एक भी माना जाता है।
कैसे पहुंचें वाराणसी:
- नजदीकी हवाई अड्डा – लाल बहादुर शास्त्री अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा (VNS) जो शहर से 26 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – वाराणसी जंक्शन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग – वाराणसी NH 19 और NH 31 से जुड़ा है। जिससे आप आसपास के शहरों से आसानी से पहुंच सकते हैं।
2. अयोध्या
भगवान राम की जन्म भूमि अयोध्या, दिवाली के समय बेहद खास हो जाती है। दीपोत्सव के दौरान, सरयू नदी के किनारे हजारों दियों की रोशनी में अयोध्या जगमगाता रहता है। यहां की दिवाली पर रामायण की कथाओं का मंचन का आयोजन भी होता है। इस त्योहार को लेकर अयोध्या का खास इतिहासिक महत्व है। जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। रामलाला मंदिर, हनुमानगढ़ी और सरयू आरती जैसे, कार्यक्रम आपकी यात्रा को और भी धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेंगे।
कैसे पहुंचें अयोध्या:
- नजदीकी हवाई अड्डा – सबसे नजदीकी हवाई अड्डा लखनऊ है। जो अयोध्या से 35 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – अयोध्या रेलवे स्टेशन कई प्रमुख शहरों से जुड़ा है।
- सड़क मार्ग – लखनऊ से NH 27 द्वारा अयोध्या आसानी से पहुंचा जा सकता है।
3. जयपुर
जयपुर जिसे गुलाबी नगरी के नाम से जाना जाता है। दिवाली के समय सजावट और रोशनी से ओर भी खूबसूरत हो जाता है। यहां की प्रमुख बाजार जैसे जौहरी और बापू बाजार दिवाली के मौके पर जगमगाते हैं। इसके अलावा, जयपुर के किले और महल रोशनी से जगमगाती रहती है। खास तौर पर, सिटी प्लेस और हवा महल को देखने का अनुभव दिवाली के समय देखने का नजारा बेहद खूबसूरत होता है। जयपुर में आप शॉपिंग के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी हिस्सा बन सकते हैं। जो आपकी दिवाली यात्रा को शानदार बनाएंगे।
कैसे पहुंचे जयपुर:
- नजदीकी हवाई अड्डा – जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (JAI ) शहर के केंद्र से 12 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – जयपुर रेलवे स्टेशन प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग – NH 48 से दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा है।
4. अमृतसर
अमृतसर में दिवाली का अवसर धार्मिक और सांस्कृतिक दोनों रूपों में खास होता है। स्वर्ण मंदिर, इस मौके पर दिव्य रोशनी से जगमगा उठता है। दिवाली के साथ-साथ, यहां गुरु नानक जयंती का भी जश्न मनाया जाता है। जिससे यह समय ओर भी खास होता है। स्वर्ण मंदिर के लंगर में भाग लेना और मंदिर की आरती देखना शांति का अनुभव होता है। अमृतसर के बाजार भी दिवाली के समय रोशनी और उत्सव से भर जाते हैं। जहां आप शॉपिंग और स्वादिष्ट पंजाबी भोजन का आनंद ले सकते हैं।
कैसे पहुंचे अमृतसर:
- नजदीकी हवाई अड्डा – श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (ATQ) शहर से 11 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – अमृतसर जंक्शन प्रमुख भारतीय शहरों से जुड़ा है।
- सड़क मार्ग – NH 3 द्वारा अमृतसर आसानी से पहुंचा जा सकता है।
5. उज्जैन
उज्जैन, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए प्रसिद्ध है। और दिवाली के समय यहां का माहौल धार्मिक आस्था से भरा होता है। इस मौके पर महाकालेश्वर मंदिर में विशेष पूजा और आरती का आयोजन होता है। जिसे देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु आते हैं। उज्जैन की गलियां और घाट इस दौरान रोशनी और दीपों से सजाए जाते हैं। अगर आप दिवाली पर धार्मिक स्थल की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो उज्जैन आपके लिए एक आदर्श स्थान हो सकता है। यहां की सांस्कृतिक धरोहर और इतिहासिक महत्व इस त्योहारी सीजन में आपकी यात्रा को विशेष बना देंगे।
कैसे पहुंचे उज्जैन:
- नजदीकी हवाई अड्डा – इंदौर (IDR) है। जो 55 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – उज्जैन रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा है।
- सड़क मार्ग – NH 52 द्वारा इंदौर और भोपाल से जुड़ा हुआ है।
6. ऋषिकेश
दिवाली पर शांतिपूर्ण और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं, तो ऋषिकेश एक बेहतरीन विकल्प है। यहां गंगा आरती का अनुभव दिव्य होता है। खासकर दिवाली के दौरान। यहां की पहाड़ियां, शांत वातावरण और धार्मिक स्थल जैसे लक्ष्मण झूला और त्रिवेणी घाट आपके दिवाली यात्रा को खास बनाएंगे। ऋषिकेश योग और ध्यान के लिए प्रसिद्ध है। जिससे आप त्योहारी समय में मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान यहां के आश्रम और धर्मशालाएं भी विशेष कार्यक्रम आयोजित करती है।
कैसे पहुंचें ऋषिकेश:
- नजदीकी हवाई अड्डा – देहरादून (Jolly Grant Airport) है। जो 20 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – ऋषिकेश रेलवे स्टेशन नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
- सड़क मार्ग – NH 7 द्वारा हरिद्वार और देहरादून से सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
7. पुष्कर
राजस्थान का पुष्कर मेला दिवाली के समय और भी खास हो जाता है। इस समय पुष्कर झील के किनारे दीप जलाने का भाग ले सकते हैं। यहां आप ऊंट मेला सांस्कृतिक कार्यक्रम और पुष्कर बाजारों का आनंद ले सकते हैं। पुष्कर में स्थित ब्रह्म मंदिर अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है। और यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को निहारना, दिवाली के दौरान बेहद खास होता है। पर्यटकों के लिए पुष्कर एक सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है।
कैसे पहुंचे पुष्कर:
- नजदीकी हवाई अड्डा – जयपुर से 145 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – अजमेर रेलवे स्टेशन (14 किलोमीटर दूर) पुष्कर से नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
- सड़क मार्ग – अजमेर से पुष्कर NH 58 से जुड़ा है। टैक्सी, बस सेवाएं उपलब्ध है।
8. मथुरा- वृंदावन
कृष्ण जन्मभूमि मथुरा और वृंदावन दिवाली के समय विशेष पूजा अर्चना और सजावट के लिए मशहूर है। यहां पर दिवाली के दौरान भगवान कृष्ण के मंदिरों में विशेष झाकियां और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होता है। वृंदावन के इस्कॉन मंदिर और बांके बिहारी मंदिर में दिवाली पर भव्य आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मथुरा-वृंदावन का यह त्योहारी समय धार्मिक यात्रा के साथ-साथ सांस्कृतिक अनुभव का अद्भुत संगम प्रदान करता है। यहां आप भगवान कृष्ण से जुड़े धार्मिक स्थल और उनकी लीलाओं को करीब से देख सकते हैं।
कैसे पहुंचे मथुरा:
- नजदीकी हवाई अड्डा – नई दिल्ली है। जो 162 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – मथुरा जंक्शन प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है।
- सड़क मार्ग – NH 44 और NH 19 से मथुरा और वृंदावन तक पहुंचा जा सकता है।
9. हरिद्वार
हरिद्वार में दिवाली का त्यौहार धार्मिक श्रद्धा से भरा होता है। गंगा घाटों पर दीपदान और विशेष पूजा अर्चना इस समय की मुख्य आकर्षण होते हैं। हरिद्वार की गंगा आरती, खासकर दिवाली पर, एक ऐसा अनुभव है। जो आपकी आत्मा को शांति और सुकून प्रदान करता है। यहां के प्रमुख मंदिर, और घाट दिवाली के दौरान जगमगा उठते हैं। हरिद्वार की यात्रा दिवाली के मौके पर धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से भरपूर होती है।
हरिद्वार कैसे पहुंचें:
- नजदीकी हवाई अड्डा – देहरादून (Jolly Grant Airport) है। जो 37 किलोमीटर दूर है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – हरिद्वार रेलवे स्टेशन प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग – NH 34 द्वारा दिल्ली और ऋषिकेश से जुड़ा हुआ है।
10. दिल्ली
दिल्ली दिवाली के समय एक अलग ही रंग में रंगी होती है। यहां के प्रमुख मंदिर जैसे अक्षरधाम और लक्ष्मीनारायण मंदिर भव्य सजावट और दियों की रोशनी में नहाते हैं। दिल्ली के बाजार जैसे चांदनी चौक, और कनॉट प्लेस इस समय शॉपिंग और सजावट के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र होते हैं। साथ ही, आप इंडिया गेट पर दिवाली की शाम का आनंद ले सकते हैं। दिल्ली की सड़कों पर घूमते हुए, आप न सिर्फ त्योहारी सजावट का आनंद ले सकते हैं। बल्कि यहां के लोकप्रिय स्ट्रीट फूड का भी मजा ले सकते हैं।
दिल्ली कैसे पहुंचें:
- नजदीकी हवाई अड्डा – इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (DEL) से घरेलू और अंतराष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा है।
- नजदीकी रेलवे स्टेशन – नई दिल्ली रेलवे स्टेशन प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग – NH 44 और NH 9 द्वारा दिल्ली भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। टैक्सी, मेट्रो और बसें भी उपलब्ध है।