कोलकात। जिसे “सिटी ऑफ जॉय” के नाम से भी जाना जाता है। भारत एक प्रमुख सांस्कृतिक और इतिहासिक केंद्र है। यह शहर न केवल अपनी समृद्धि सांस्कृतिक धरोहर और इतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। बल्कि इसके हरे-भरे पार्क और मनोरंजन स्थलों के लिए भी जाना जाता है। कोलकाता में विभिन्न प्रकार के पार्क है। जो न केवल प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करते है। बल्कि बच्चों और परिवारों के लिए भी एक आदर्श स्थान है। ये पार्क कोलकाता में घूमने की जगहों में जाना जाता है। यह पार्क शहर की हलचल से दूर, शांति और सुकून का अनुभव प्रदान करते हैं। नीचे दिए गए सूची को पढ़ें।
कोलाकात में घूमने की पार्क 5 प्रसिद्ध स्थान यहां आने से पहले जानना चाहिए।
कोलकाता में पांच प्रमुख पार्कों में विभिन्न प्रकार की आकर्षक विशेषताएं हैं। इनमे एक पार्क नदी के किनारे स्थित है। अपने सुंदर दृश्य और शाम के समय की शैर के लिए जाना जाता है
1. मिलेनियम पार्क
कोलकाता में घूमने की जगहों में मिलेनियम पार्क एक प्रमुख आकर्षण है। यह स्ट्रैड रोड पर हुगली नदी के किनारे स्थित है। और अपने सुंदर नदी के दृश्य हरे-भरे बगीचों और बच्चों के खेलने के क्षेत्रों के लिए प्रसिद्ध है। जो पर्यटकों को बहुत भाती है। शाम के समय यहां का सूर्यास्त दृश्य बहुत मनमोहक होता है। इसलिए यह समय पार्क घूमने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
कैसे पहुंचे : मिलेनियम पार्क तक पहुंचने के लिए कोलकाता मेट्रो/ बस या टैक्सी का उपयोग कर सकते है। और वहां से पैदल या ऑटो रिक्शा द्वारा जा सकते है।
- मेट्रो द्वारा: नजदीकी मेट्रो स्टेशन स्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन है।
- बस द्वारा: मिलेनियम पार्क के पास कई बस स्टॉप है। आप किसी भी बस से “स्टैंड रोड” या “बाबूघाट ” बस स्टॉप तक पहुंच सकते है। वहां से पार्क तक पैदल चल सकते है।
- ऑटो/टैक्सी: कोलकाता शहर के किसी भी हिस्से से टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
कब बनवाया : इस पार्क का उद्घाटन 1999 में हुआ था 21 वीं सदी के आरंभ में स्थापित किया गया था।
किसने बनवाया : मिलेनियम पार्क का निर्माण पश्चिम बंगाल राज्य सरकार द्वारा किया गया था।
प्रवेश शुल्क : मिलेनियम पार्क में प्रवेश के लिए मामूली शुल्क किया जाता है। जो हर वर्ग के लोगों के लिए सुलभ है
ठहरने की स्थान : पार्क के आस पास कई होटल और गेस्ट हाउस है। जहां आप बजट के अनुसार ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
2. इको पार्क
इको पार्क जो की राजाहाट के न्यू टाउन में स्थित है। कोलकाता में घूमने की जगहों में एक प्रमुख स्थान है। यह एक विशाल पार्क है। यहां के विभिन्न अनुभाग जैसे जापानी गार्डन, बटरफ्लाई गार्डन, और अन्य आकर्षक है। किसी भी समय इस पार्क में घूमने जाया जा सकता है। विशेष रूप से त्यहारों के दौरान जब यहां विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाते है। जो सभी उम्र के लोगों के लिए आदर्श स्थल बनाता है।
कैसे पहुंचे : इको पार्क तक पहुंचने के लिए कोलकाता मेट्रो/ बस या टैक्सी का उपयोग कर सकते है। और वहां से पैदल या ऑटो रिक्शा द्वारा जा सकते है।
- मेट्रो द्वारा: नजदीकी मेट्रो स्टेशन सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन (न्यू टाउन)है।
- बस द्वारा: इको पार्क के पास कई बस स्टॉप है। आप किसी भी बस से “विश्व बंगला गेट” या “न्यू टाउन” बस स्टॉप तक पहुंच सकते है। वहां से पार्क तक पैदल चल सकते है।
- ऑटो/टैक्सी: कोलकाता शहर के किसी भी हिस्से से टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
कब बनवाया : इस पार्क का उद्घाटन 2011 में हुआ था और तब से यह कोलकाता के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है।
किसने बनवाया : इको पार्क का निर्माण न्यू टाउन डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा किया गया था
प्रवेश शुल्क : इको पार्क में प्रवेश के लिए मामूली शुल्क किया जाता है। पार्क के भीतर विभिन्न गतिविधियों के लिए अलग अलग शुल्क निर्धारित है।
ठहरने की स्थान : पार्क के आस पास कई होटल और गेस्ट हाउस है। जहां आप बजट के अनुसार ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
3. सेन्ट्रल पार्क
सेन्ट्रल पार्क जिसे विधाननगर पार्क भी कहा जाता है। सॉल्ट लेक मे स्थित है और कोलकाता में घूमने की जगहों में पार्क एक शानदार स्थान रखता है। यह पार्क अपने हरे भरे वातावरण बगीचे के लिए जाना जाता है। पार्क का आकर्षण इसके विशाल और सुंदर बगीचों में छुपा है। जिनमे मनमोहक गुलाब के बगीचे और ठंडे पानी की झील शामिल है। सुबह के समय यह पार्क शांतिपूर्ण टहलने और पाझी देखने के लिए सबसे अच्छा स्थान है। जहां लोग ताजगी भरी हवा का आनंद ले सकते है।
कैसे पहुंचे : सेंट्रल पार्क तक पहुंचने के लिए कोलकाता मेट्रो/ बस या टैक्सी का उपयोग कर सकते है। और वहां से पैदल या ऑटो रिक्शा द्वारा जा सकते है।
- मेट्रो द्वारा: नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेन्ट्रल पार्क
स्टेशन है। - बस द्वारा: सेंट्रल पार्क के पास कई बस स्टॉप है। आप किसी भी बस से “कर्ल्टन होटल” या “सिटी सेंटर” बस स्टॉप तक पहुंच सकते है। वहां से पार्क तक पैदल चल सकते है।
- ऑटो/टैक्सी: कोलकाता शहर के किसी भी हिस्से से टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
कब बनवाया: इस पार्क का उद्घाटन 1980 दशक में हुआ था।
किसने बनवाया: सेंट्रल पार्क का निर्माण विद्याननगर नगर पालिका द्वारा किया गया था।
प्रवेश शुल्क: सेंट्रल पार्क में प्रवेश नि शुल्क है।
ठहरने की स्थान : सेंट्रल पार्क के आस पास कई होटल और गेस्ट हाउस है। जहां आप बजट के अनुसार ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
4. विक्टोरिया मेमोरियल गार्डन
विक्टोरिया मेमोरियल गार्डन, क्वींस वे पर स्थित है। और कोलकाता में घूमने की जगहों में इतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। इस स्मारक पास के बगीचे और संग्रहालय दर्शनीय है। शाम के समय जब स्मारक की रोशनी जलती है तो यहां का दृश्य विशेष रूप से खूबसूरत हो जाता है। इसलिए यह समय घूमने के लिए सर्वोत्तम होता है। स्मारक के आसपास के बगीचे हरे-भरे लॉन फव्वारे और फूलों के बगीचे पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
कैसे पहुंचे : विक्टोरिया मेमोरियल गार्डन तक पहुंचने के लिए कोलकाता मेट्रो/ बस या टैक्सी का उपयोग कर सकते है। और वहां से पैदल या ऑटो रिक्शा द्वारा जा सकते है।
- मेट्रो द्वारा: नजदीकी मेट्रो स्टेशन रविन्द्र सदन मेट्रो स्टेशन है।
- बस द्वारा: विक्टोरिया मेमोरियल गार्डन के पास कई बस स्टॉप है। आप किसी भी बस से “रविन्द्र सदन” विक्टोरिया मेमोरियल” या “आरोप्ली सर्कस” बस स्टॉप तक पहुंच सकते है। वहां से स्मारक तक पैदल चल सकते है।
- ऑटो/टैक्सी: कोलकाता शहर के किसी भी हिस्से से टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
कब बनवाया : विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण 1906 में शुरू हुआ और इसे 1921 में पूरा किया गया।
किसने बनवाया : विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण ब्रिटिश सरकार द्वारा महारानी विक्टोरिया की याद मे किया गया था।
प्रवेश शुल्क : विक्टोरिया मेमोरियल गार्डन में प्रवेश के लिए मामूली शुल्क किया जाता है। संग्रहालय के लिए से अलग से टिकट लेना पड़ता है।
ठहरने की स्थान : विक्टोरिया मेमोरियल गार्डन के आस पास कई लक्जरी होटल और गेस्ट हाउस है। जहां आप बजट के अनुसार ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
5. अलिपोर जुलांजिकाल गार्डन
अलिपोर जुलांजिकाल गार्डन, भारत का सबसे पुराना चिड़ियाघर है। यह एक प्रमुख पर्यटन आकर्षण के रूप मे जाना जाता है। यह चिड़ियाघर विभिन्न प्राणी प्रजातियों का घर है। जिनमे बाघ, शेर, जिराफ, और कई प्रकार के पक्षी और छोटे जानवर शामिल है। यहां के हरी भरी जगहें, झीलें और स्वच्छ वातावरण इसे परिवारों और बच्चों के लिए एक आदर्श गंतव्य बनाते है। सर्दियों के महीनों में इस चिड़याघर की यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त समय है।
कैसे पहुंचे : अलिपोर जुलांजिकाल तक पहुंचने के लिए कोलकाता मेट्रो/ बस या टैक्सी का उपयोग कर सकते है। और वहां से पैदल या ऑटो रिक्शा द्वारा जा सकते है।
- 1. मेट्रो द्वारा: नजदीकी मेट्रो स्टेशन रविन्द्र सदन मेट्रो स्टेशन है।
- 2. बस द्वारा: अलिपोर जुलांजिकाल के पास कई बस स्टॉप है। आप किसी भी बस से “अलीपोर जेल” या “चिड़ियाघर ” बस स्टॉप तक पहुंच सकते है। वहां से पार्क तक पैदल चल सकते है।
- 3. ऑटो/टैक्सी: कोलकाता शहर के किसी भी हिस्से से टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
कब बनवाया : अलिपोर जुलांजिकाल गार्डन का स्थापना ब्रिटिश राज के दौरान की गई थी
किसने बनवाया : अलिपोर जुलांजिकाल गार्डन की स्थापना 1876 मे की गई थी। और तब से यह भारत का सबसे पुराना चिड़ियाघर है।
प्रवेश शुल्क : चिड़ियाघर में प्रवेश के लिए मामूली शुल्क किया जाता है। जो बच्चों और सामान्य के लिए अलग अलग हो सकता है।
ठहरने की स्थान : अलिपोर जुलांजिकाल गार्डन पार्क के आस-पास कई होटल और गेस्ट हाउस है। जहां आप बजट के अनुसार ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
निष्कर्ष
कोलकाता के ये पार्क पर्यटकों और स्थानीय लोगों को प्राकृतिक सुंदरता और मनोरंजन का आदित्य अनुभव प्रदान करते है। शहर के शोरगुल से दूर ये पार्क शांति और सुकून का वातावरण प्रदान करते है। जो किसी भी दिन यादगार बना सकते है। इन पार्कों का अन्वेषण करके आप कोलकाता की विविधता और खूबसूरती को और करीब से जान सकते हैं। कोलकाता के जो पांच पार्कों के बारे मे बताया गया है तो आप सबसे पहले कहां जाना चाहते हैं। Comment मे बताईये।